Monday, September 24, 2018

तेरे आस - पास ही मिलेंगे हम बार - बार



तेरे आस - पास ही मिलेंगे हम बार - बार
छोड़ के ना जायेंगे हम उस पार
ये रिश्तों की रस्सियाँ जल भी जायेंगी तो क्या
राख से ही मिलने आयेंगे हम हज़ार बार

ये परिंदे भी उड़ जायेंगे दरिया उस पार
मोहब्बत अगर ना मिली इस पार
और हम दुआएं भी छोड़ जायेंगे तेरे लिए
कभी मिले ना तुझे कोई हार

वो रास्तें होते हैं कांटेदार
जिसपे सजी होती है मुस्कानों की बहार
जीत जायेंगे वो जिनके हक में दर्द हो
खुशियाँ इंतज़ार में हैं कब मिले आंसुओं का सैलाब

लौट आने का कोई उम्मीद हो तो लिख देना एक तार
हम करते ही रहेंगे तेरे लौट आने का इन्तजार
जाओ देख लो और लोगों का भी प्यार
कम पड़े अगर तो चले आना मेरे दरबार


Wednesday, September 19, 2018

संभालों जरा तुम मुझको



संभालों जरा तुम मुझको  
मैं क्या होने वाला हूँ  
ऐसे ना बात करो तुम   
अब मैं रोने वाला हूँ 

तुम सुकूं ना पाओगे रुला के मुझको  
कोई है जो मुझे हँसाने वाला है 
तुम छीन लो हर एक नसीबें मेरी  
कोई है जो मुझे हक़ दिलाने वाला है 

तुम रास्ता दो या ना दो मुझको  
कि अब मैं ना लौटने वाला हूँ  
ठोकरें इतना पा गया हूँ  
कि अब मैं ना रुकने वाला हूँ  

तुम कोसते रह जाओगे मुझको  
कि अब मैं ना हारने वाला हूँ  
दीवारें लाख खड़ी करदो रास्तों में मेरे  
मगर अब मैं जितने वाला हूँ  

सुकूं = सुकून

Sunday, September 16, 2018

वो आएंगे तो बदल देंगे



वो आएंगे  तो बदल देंगे 
मेरे चेहरे  पे थोड़ी हँसी देंगे 
कोई उम्मीदें नहीं उनसे 
हम खुद अपना वक्त बर्बाद करदेंगे  

हम बेवकूफ भी बन जायेंगे 
थोड़ा और ज़लील हो जायेंगे 
उन्हें जरुरत नहीं खंजर छुपाने की
यारों की हम तलाशी  ना लेंगे 

कुछ हमे भी मिलेंगे 
जो पहचानने की कोशिश करेंगे 
तुम नकाबों में मिलते रहो 
हम दोस्ती को कोई और मुकाम देंगे 

Wednesday, September 12, 2018

एक लहर ऐसी आएगी सबकुछ ठीक हो जायेगा


एक लहर ऐसी आएगी सबकुछ ठीक हो जायेगा 
ये ख़्वाब है ख़्वाब ही रह जायेगा 
लकीरें तब बदलेंगी  
जब खुद के हाथों से कोई काम होगा 

कुछ बोलोगे तो लोग बिगड़ जायेंगे 
नसीहतों में ख़ामोशी की दवा देंगे 
कह दोगे जो तुम हकीकत की वारदात 
सारे लोग तुम्हे छुप - छुप के सजा देंगे 

तुम्हारी आँखों में वो तुम्हारे साथ नज़र आयेंगे 
कन्धों पे जो हाथ रखोगे तो बिछड़ जायेंगे 
ये सच्चाईयां सारे आम नज़र आएँगी 
तुम्हे पता चलेगा तो रो दोगे

इनके माप - दण्ड की ज़िन्दगी इन्हें सौंप दोंगे 
जब वाकया में इनसे रूबरू होगे
और इनका काफ़िला भी तुम छोड़ दोगे 
जब तुम्हारे कारवां तुमसे जुदा होंगे  

समस्या बतायी जा रही है

समस्या बतायी जा रही है  सबको दिखाई जा रही है  ये भी परेशान है  ये बात समझायी जा रही है   देसी दारू पिलाई जा रही है  रेड लेबल छुपाई जा रही है...