Wednesday, September 19, 2018

संभालों जरा तुम मुझको



संभालों जरा तुम मुझको  
मैं क्या होने वाला हूँ  
ऐसे ना बात करो तुम   
अब मैं रोने वाला हूँ 

तुम सुकूं ना पाओगे रुला के मुझको  
कोई है जो मुझे हँसाने वाला है 
तुम छीन लो हर एक नसीबें मेरी  
कोई है जो मुझे हक़ दिलाने वाला है 

तुम रास्ता दो या ना दो मुझको  
कि अब मैं ना लौटने वाला हूँ  
ठोकरें इतना पा गया हूँ  
कि अब मैं ना रुकने वाला हूँ  

तुम कोसते रह जाओगे मुझको  
कि अब मैं ना हारने वाला हूँ  
दीवारें लाख खड़ी करदो रास्तों में मेरे  
मगर अब मैं जितने वाला हूँ  

सुकूं = सुकून

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thank u so much...

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