संभालों जरा तुम मुझको
मैं क्या होने वाला हूँ
ऐसे ना बात करो तुम
अब मैं रोने वाला हूँ
तुम सुकूं ना पाओगे रुला के मुझको
कोई है जो मुझे हँसाने वाला है
तुम छीन लो हर एक नसीबें मेरी
कोई है जो मुझे हक़ दिलाने वाला है
तुम रास्ता दो या ना दो मुझको
कि अब मैं ना लौटने वाला हूँ
ठोकरें इतना पा गया हूँ
कि अब मैं ना रुकने वाला हूँ
तुम कोसते रह जाओगे मुझको
कि अब मैं ना हारने वाला हूँ
दीवारें लाख खड़ी करदो रास्तों में मेरे
मगर अब मैं जितने वाला हूँ
सुकूं = सुकून
No comments:
Post a Comment
thank u so much...