Monday, May 31, 2021

जो नाराज़ हैं उन्हें नाराज़ ही रहने दो

Artist : Paritosh Soren

 

जो नाराज़ हैं उन्हें नाराज़ ही रहने दो 

उनकी नज़रों में मुझे गुनेहगार ही रहने दो 

जब भी पास जाता हूँ मेरी हैसियत बताने लगते हैं 

महलों में वो जीते कैसे हैं ये दिखाने लगते हैं 


अभी ज़िन्दगी के कई पल बाक़ी हैं आने तो दो 

जो लगी है अंदर आग उसे बाहर तक फ़ैलाने तो दो 

पहचान लोगे हर एक पायदान को जिसपे पैर रख के चढ़े थे

फिर तुम कहोगे ये मेरा ग़ुरूर था इसे बिक जाने तो दो  


लहरों की तरह वापस आओगे ज़रा वक़्त आने तो दो 

मेरे कई दर्द हैं ज़रा आपस में सबको टकराने तो दो 

जहाँ से गए थे वहीं आके खड़े हो जाओगे 

ये जीवन काल चक्र है ज़रा इसे घूम जाने तो दो 



Friday, May 28, 2021

हिन्दू ना मुस्लिम चलो इंसान हो जाएँ


Photographer : Renato Danyi

हिन्दू ना मुस्लिम चलो इंसान हो जाएँ 

हर रंजिशों को छोड़ के एक साथ हो जाएँ 

एक बार फिर आजादी के लिए कुर्बान हो जाएँ 

तुम भगत सिंह हम आज़ाद हो जाएँ 


क्यों आपसी जलन में जल के राख हो जाएँ

हिन्दू ना मुस्लिम चलो इंसान हो जाएँ 


रोना छोड़ के चलो खुशियों के जमींदार हो जाएँ 

गल्तियां जिसकी भी हों, हम जिम्मेदार हों जाएँ 

इसने ये किया, उसने वो किया, बस करो 

कुछ तुम तो कुछ हम भी समझदार हों जाएँ 


क्यों आपसी जलन में जल के राख हो जाएँ

हिन्दू ना मुस्लिम चलो इंसान हो जाएँ 


खुशियां समेटे चलो दर्द से पार हों जाएँ 

इंसानियत के थोड़ा तो हक़दार हों जाएँ 

नादानियों में हमने सारा कुनबा लुटा दिया 

अब तो इस दरिया से चलो पार हों जाएँ 


क्यों आपसी जलन में जल के राख हो जाएँ

हिन्दू ना मुस्लिम चलो इंसान हो जाएँ 


Friday, May 7, 2021

दर्द हो तो गाने लगते हैं

 



दर्द हो तो गाने लगते हैं

थोड़ी सी चोट पे आंसू बहाने लगते हैं

भाई ये एक दो दिन की लड़ाई नहीं है

इसमें ज़माने लगते हैं

 

कमज़ोर समझ के सताने लगते हैं

रुतबा हो तो हाथ मिलाने लगते हैं

खुद के बातों पे जब ऐतबार नहीं होता

अपने ही लब्ज़ों को मिटाने लगते हैं

 

बर्बादियों के निमंत्रण में मैख़ाने लगते हैं

पैसे  ज़्यादा हों तो कपडे पुराने लगते हैं

ये कल के लोग रिश्तों को क्या जाने

थोड़ी हैसियत में ही इतराने लगते हैं

 

आसमां की गहराइयों में परिंदे मुरझाने लगते हैं

औकात से ज़्यादा मिले तो लोग पगलाने लगते हैं

बिना हुनर के लहरों से मत टकराना

वो पत्थरों को भी रेत बनाने लगते हैं

समस्या बतायी जा रही है

समस्या बतायी जा रही है  सबको दिखाई जा रही है  ये भी परेशान है  ये बात समझायी जा रही है   देसी दारू पिलाई जा रही है  रेड लेबल छुपाई जा रही है...