जब मुझे सुनने वालों की तादात बढ़ जाएगी
तो तुम मुझे नज़र अंदाज करना भूल जाओगे
माना की मेरी कमजोरियों पे तुम्हे आज हंसी आ रही है
लेकिन, जब तुम्हारे अपने ही मेरी तारीफ करेंगे , तो तुम डर जाओगे
जब पैसों की आंधियाँ आएंगी
तो तुम्हारे हर एक हुनर को उड़ा ले जायेंगी
तुम कुछ कर नहीं पाओगे
और हर किसी से तुम्हारी दूरियाँ बढ़ जायेंगी
तुम्हारी सारी की सारी होशियारी धरी की धरी रह जाएगी
जब तुमसे ही हारा हुआ कोई, तुम्हे हरायेगा
और बरसों पहले जो आंसू तुम्हारी आँखों में सूख गया था
वो फिर तुम्हारी पलकों पे नज़र आयेगा
वो नफ्रतें जो तुमने पैदा किया था
खुद में ............
वो जल के राख हो जायेगा
जब तुम पूरी तरह से बिखर जाओगे
जब तुम्हारे पास कोई नहीं आयेगा
तो हर एक दुश्मन तुम्हे दोस्त नज़र आयेगा
और तुम हर किसी से प्यार करना चाहोगे
लेकिन इस राह पे तुम अकेले ही रह जाओगे