मत करना यकीं मुझपे
मैं खुद नहीं करता भरोसा किसी पे
तुम रहने दो, मत जाओ, खुद की तारीफों पे
तुम्हारी नज़रें ही पहचान लेगी, जब आयेगा तुम्हारा चेहरा आईना पे
वो मेरी मोहब्बत को संभाल नहीं पाये
घर वाले मानेगे नहीं, ये कहके चले गए
वो लाये थे इश्क का चिराग, तूफानों की बस्तियों में
एक बार फिर इश्क को बदनाम कर गए
तुम्हें डर था बिक जाने का
तो मुझे नीलाम कर देते
छुपा लेते हर किसी से अपना नाम
मुझे बदनाम कर देते
अब जाओ तुम अपनी मंजिल की तरफ
अपना तो रास्ता ही दूसरी तरफ है
रोना ना मेरे सामने, कहीं ऐसा ना हो
अपना रास्ता घुमाके, तुम्हारी मंजिल की तरफ कर लूँ
Nice lines
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