Sunday, March 18, 2018

मत करना यकीं मुझपे


मत करना यकीं मुझपे
मैं खुद नहीं करता भरोसा किसी पे 
तुम रहने दो, मत जाओ, खुद की तारीफों पे 
तुम्हारी नज़रें ही पहचान लेगी, जब आयेगा तुम्हारा चेहरा आईना पे 

वो मेरी मोहब्बत को संभाल नहीं पाये
घर वाले मानेगे नहीं, ये कहके चले गए 
वो लाये थे इश्क का चिराग, तूफानों की बस्तियों में 
एक बार फिर इश्क को बदनाम कर गए 

तुम्हें डर था बिक जाने का 
तो मुझे नीलाम कर देते 
छुपा लेते हर किसी से अपना नाम 
मुझे बदनाम कर देते 

अब जाओ तुम अपनी मंजिल की तरफ 
अपना तो रास्ता ही दूसरी तरफ है 
रोना ना मेरे सामने, कहीं ऐसा ना हो 
अपना रास्ता घुमाके, तुम्हारी मंजिल की तरफ कर लूँ 

1 comment:

thank u so much...

समस्या बतायी जा रही है

समस्या बतायी जा रही है  सबको दिखाई जा रही है  ये भी परेशान है  ये बात समझायी जा रही है   देसी दारू पिलाई जा रही है  रेड लेबल छुपाई जा रही है...