तुम अकेले हो ये मान लो
तुमसे रिश्ते सँभलते नहीं ये भी जान लो
हर कोई नाराज़ है
तुम्हे तो मनाना भी नहीं आता
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं लोग
तुम ये नादानियां करना छोड़ दो
कैसे रहना है किसके साथ
ये तुम पहले जान लो
अकेले जीना इतना आसान नहीं होता
पागल हो जाओगे इन तन्हाइयों के बीच
तुम्हें लोगों की जरुरत है
ये तुम कुबूल करलो
अपने पास लोगों को आने दो
अच्छे ना सही बुरे ही सही
फूलों की हिफाज़त कांटे ही करते हैं
इन्हें संभाल के रखो
तुम अकेले हो ये मान लो
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thank u so much...