Monday, December 4, 2017

मैं बहुत दूर हूँ




मैं बहुत दूर हूँ
कोई है क्या मेरे पास
खुद के करीब होना, कितना मुश्किल है
तुम तुम्ही हो, या तुझमें कोई और है
मेरे चहरे पे आके कोई झूठ बोल जाता है
और सजाये मौत मुझे हो जाती है
तुम्हारी आँखों में आंसू गिरना, ये अच्छा नहीं था
वो मुझमे कोई और था, जो तुझे रुलाया था
मैं बहुत दूर हूँ
कोई है क्या मेरे पास





No comments:

Post a Comment

thank u so much...

समस्या बतायी जा रही है

समस्या बतायी जा रही है  सबको दिखाई जा रही है  ये भी परेशान है  ये बात समझायी जा रही है   देसी दारू पिलाई जा रही है  रेड लेबल छुपाई जा रही है...