Friday, February 19, 2021

चेहरे पे उसके गहरी ख़ामोशी होती है




चेहरे पे उसके गहरी ख़ामोशी होती है  

हालातों से लड़ने की उसकी कोशिश होती है ||

तुम उसे डराने में लगे रहे 

वो अपने मंज़िलों से रूबरू है हर क़दम पे उसके चुनौती होती है || 


दिखता नहीं है मग़र बादलों में बारिश होती है 

क़रीब जाओगे उसके दिल के, तुम्हारे दर्द की भी वहां हिफाज़त होती है ||

कैसे संभल जाता है वो लड़खड़ा के 

जब उसके हाथों में बहनो की राखी होती है ||


जख्मों की क़तारें लगती है तब जाके उसके आँखों से बारिश होती है 

ज्यादा बकबक मत करो बातों पे उसके क्रांति होती है ||

हर किसी की तरह हल्के में तूँ लेता है जिसे 

सच कहूं तो मंज़िलें उसी को हासिल होती हैं ||


उसकी हाथों में जो क़लम ठहरती है 

रातों में उसकी उससे बातें होती हैं ||

यक़ीं ना हो तो इतिहास से जाके पूछो 

उसके घर में उसकी पूजा होती है ||

1 comment:

thank u so much...

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