Wednesday, December 6, 2017

वो तो वहीं रह गए




वो तो वहीं रह गए 
जिनकी बातें बड़ी हुआ करती थी 
और उनका नाम शहरों में बिक गया 
जो महफ़िलों में डर जाया करते थे

तुम्हारी बातों में तहजीब नहीं थी 
उसके रोने की वजय कोई और नहीं थी 
कहाँ जाओगे आँसुओं का कर्ज लेके
ये तुमको साजिशों से घेर लेंगे
कितनी भी चलो दुआएँ लेके


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thank u so much...

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